‘प्यार जज्बात है, प्यार खूबसूरत एहसास है, प्यार जवां दिलों की धड़कन है’ ऐसे न जाने कितने उदाहरण हैं जो प्यार को खास बनाते हैं. कहने का मतलब है कि जब आप किसी से प्यार करते हैं तो भावनाओं का सागर आपके मन को कभी डुबोता तो कभी सागर किनारे की फीलिंग देता है.

यही वो पल होता है जब दुनियाभर की कायनात तो आपके पास होती है, लेकिन मन किसी और के पास होता है. प्यार में सबसे कॉमन बात ये है कि जब रोमांस इच्छानुसार हो तो इंसान दूसरी दुनिया में होता है. वहीं, जब प्यार में चीजें नॉर्मल नहीं होती तो तनाव, गुस्सा, निराशा मन को तोड़ने लगती है. उस वक्त जो महसूस होता है उसे ही प्यार का बुखार कहा जाता है.

लेकिन, सामने वाले पर प्यार का बुखार है या नहीं यह कैसे पता करेंगे? आइए जानते हैं इस बारे में-

एकाग्रता में कमी:

वेबएमडी के अनुसार, प्यार बेशक एक खूबसूरत एहसास हो, लेकिन इस दौरान कार्यों से आपकी एकाग्रता अनकंट्रोल होने लगती है. फिर चाहें पढ़ाई हो या घर-ऑफिस का काम. इस स्थिति में आपका मन उस व्यक्ति के विचारों पर घूमता है, जो आपके दिल दिमाग पर छाया रहता है.

जुनूनी विचार:

प्यार एक इमोशनल तूफान है. यह जब किसी के लिए उमड़ता है तो उसे पाने की चाहत में जोर लगाता है. ऐसे में रोमांटिक आकर्षण की भावनाएं आप पर वार करती हैं. यानी किसी खास व्यक्ति या उसके गुणों के प्रति जुनून पैदा होता है. ऐसे में खुद को दूसरे व्यक्ति के लिए काबिल दिखाने की कोशिश होती है.

अधिक सोचना:

प्यार में पड़ने के बाद हर बात पर जरूरत से अधिक सोचना कॉमन सी बात है. वे किसी की भी बात को अपने जज्बातों से जोड़कर देखने लगते हैं. ऐसे में आपको जिसके प्रति आकर्षण है उसकी हर एक्टिविटी आपका ध्यान खींचती है. साथ ही किसी और से उसकी बात करना आपको कचोटता है.

व्यवहार में बदलाव:

लोग अपनी लव स्टोरी को मंजिल तक पहुंचाने के लिए खुद के व्यवहार में बदलाव कर लेते हैं. ऐसे में लोग प्राथमिकताओं को अपने जीवन में अपनाने लगते हैं. कई बार इन लोगों का घर या संबंधी लोगों के प्रति भी व्याहार बदल जाता है.

भावनात्मक उतार–चढ़ाव:

प्यार की खुमारी में भावनात्मक उतार-चढ़ाव दिखना आम लक्षणों में से एक है. दरअसल, जब किसी कपल के बीच प्यार नहीं होता या भरोसा नहीं होता तो अक्सर लोग तनाव महसूस करने लगते हैं. ऐसे वे उदासी, चिंता और जलन की भावना से परेशान हो जाते हैं.