तलाक एक कठिन प्रकिया है. यह भावनात्‍मक रूप से तो भयानक होता ही है, समाजिक रूप से भी लोगों को अंदर से तोड़ देता है. ऐसे में अगर आप अपने जीवन से उदासी और नकारात्‍मकता को निकालना चाहते हैं और बेहतर जीना चाहते हैं तो कुछ बातों को अपने ध्‍यान में रखते हुए जीवन जीने का प्रयास करें.

तलाक के बाद अपने डेली के लाइफ में आए बदलाव और यह स्‍वीकारना कि अब आपकी शादी टूट चुकी है, कई लोगों के लिए काफी कठिन होता है. इस दौरान नकारात्‍मक भावनाओं का आना, अपराधबोध, आत्‍मविश्‍वास की कमी, उदासी, शर्म आना जैसी भावनाएं इंसान को कमजोर बना देती हैं और वह अपने जीवन से भागने लगता है.

ऐसे में उनका लोगों के प्रति व्‍यवहार में भी काफी बदलाव आता है और वे हर वक्‍त ए‍ग्रेसिव, थका हुआ और निराश महसूस करने लगते हैं. लेकिन अगर आप बेहतर जीवन जीना चाहते हैं और खुद को खुश रखना चाहते हैं तो यहां कुछ टिप्‍स दिए जा रहे हैं जिन्‍हें अपनाकर आप अपनी बाकी की जिंदगी को बेहतर बना सकते हैं.

अपनी भावनाओं को स्वीकारें-

सेपरेट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आपके अंदर नकारात्‍मक विचार आ रहे हैं और आप एंग्‍जायटी या डर महसूस कर रहें हैं तो इसे दबाने से बेहतर होगा कि आप इसे स्‍वीकारें और किसी अपने के साथ शेयर करें. याद रखिए कि जब तब आप अपनी भावनाओं को छिपाएंगे या स्‍वीकारेंगे नहीं, तब तक आप परेशान रहेंगे. इसके लिए आप विशेषज्ञों की मदद ले सकते हैं.

बदलाव का स्‍वीकारें-

किसी भी तरह का बदलाव चैलेंजिंग होता है, फिर वह नौकरी बदलनी हो, घर बदलना हो या शहर. स्‍वीकार करें कि आपको नया जीवन मिला है और इस जीवन में आए बदलाव और चुनौतियों को अच्‍छी तरह समझ बूझ कर डील कर सकते हैं, भले ही इसमें कई परेशानियां आएं.

मदद लें-

हो सकता है कि जीवन में आए बदलाव की वजह से आप काफी परेशानियों में हों, इसके लिए आप दोस्‍तों या परिवार से मदद लेने में हिचके नहीं. ऐसा करने से आप अकेलापन कम महसूस करेंगे.

आशावादी विचार रखें-

अगर आप बार बार नकारात्‍मक विचार से परेशान हैं तो आप घर में कुछ सकारात्‍मक नोट चिपकाएं. अगर आप यह विचार रखें कि आपको आशावादी रहना है और पहले से बेहतर जीवन जीना है, तो फल भी मिलेगा.

खुशियां आएंगी ही-

तलाक के बाद यह स्‍वीकारना मुश्किल होता है कि अकेले खुशियां कैसे मनाई जा सकती है, लेकिन यह याद रखें कि अगर आप प्रयास करें तो जीवन में हर खुशियां संभव है. आप तलाक को जीवन में एक अवसर की तरह देखें और खुद को एक्‍सप्‍लोर करें.

गलत संगत से बचें-

अगर आप अकेलेपन को दूर करने के लिए नए रिलेशनशिप में जाने की हड़बड़ी कर रहे हैं तो हो सकता है कि आप फिर किसी बड़ी मुसीबत में फंस जाएं. इसलिए धैर्य रखें और सोच समझकर ही दोस्‍ती करें. वरना लोग आपके अकेलेपन और तन्हाई का गलत फायदा उठा सकते हैं और आप मुश्किल में फंस सकते हैं.