आईपीएल टीम सनराइजर्स हैदराबाद की सीईओ काव्या मारन इन दिनों नई इंटरनेट सेंसेशन बन गईं है. कोलकाता नाइटराइडर्स से हारने के बाद उनके रोने का वीडियो सोशल मीडिया पर छा गया. ऐसे में हर किसी की चाहत इस खूबसूरत बिजनेस वुमैन के बारे में जानने की है. गूगल में सर्च हो रहा है कि क्या काव्या सिंगल हैं?

काव्या मारन… यानी क्रिकेट वर्ल्ड की नई सेंसेशन. आईपीएल फाइनल में रविवार को कोलकाता नाइट राइडर्स से हारने वाली हैदराबाद सनराइजर्स की मालकिन काव्या इन दिनों सोशल मीडिया पर छाई हुई हैं. काव्या की होम सिटी यानी चेन्नई में खेले गए आईपीएल के फाइनल मुकाबले में सनराइजर्स बुरी तरह हार गए थे.

इस हार से काव्या बुरी तरह टूट गईं और स्टेडियम के भीतर ही उनकी आंखों से आंसू आ गए. वह रोने लगीं. उनके रोने का यह दृश्य कैमरों ने भी कैद कर लिया. फिर क्या था… उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर छा गया.

कई बॉलीवुड स्टार्स ने भी काव्या के इस वीडियो पर कॉमेंट किया. यहां तक कि अमिताभ बच्चन ने भी अपने ब्लॉग में काव्या के लिए लिखा था- उस प्रिटी लेडी की आंखों में आंसू देखर बुरा लगा. सनराइजर्स के लिए बुरा लगा. इतना सब होने के बाद हर कोई काव्या की फैमिली और उनके पर्सनल लाइफ के बारे में जानना चाहता है.

कारोबारी परिवार की लाडली

तो सुनिए…. काव्या तमिलनाडु की एक प्रतिष्ठित और प्रभावशाली कारोबारी और राजनीतिक घराने की लाडली हैं. उनका जन्म 6 अगस्त 1992 को चेन्नई मे हुआ था. उनके पिता कालानिधि मारन हैं, जो सन टीवी नेटवर्क के मालिक हैं. सन टीवी एक बड़ी मीडिया कंपनी है और उसके 33 से ज्यादा क्षेत्रीय चैनल है.

मीडिया के अलावा सन समूह कई और क्षेत्रों में भी कारोबार करता है. सन टीवी की शुरुआत 1993 में हुई थी. कालानिधि मारन का नेटवर्थ करीब तीन बिलियन डॉलर यानी करीब 25 हजार करोड़ रुपये है.

मां सफल बिजनेस वुमैन

काव्या की मां कावेरी मारन एक सफल बिजनेस वुमैन हैं. उन्हें बीते साल 2023 में बिजनेस टुडे की ओर से मोस्ट पावरफुल बिजनेस वुमैन चुना गया था. वह सन टीवी नेटवर्क की एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं. सन टीवी नेटवर्क का कुल रेवेन्यू करीब 4000 करोड़ रुपये का है. सन टीवी के तमिल, तेलुगू, कन्नड़, मलयालम, बंगाली और मराठी में कई चैनल हैं.

दादा और चाचा का राजनीति में रुतबा

काव्या मारन के दादा मुरासोली मारन डीएमके बड़े नेता थे. वह डीएमके के संस्थापक एम. करुणानिधि के भतीजे थे. वह 36 सालों तक सांसद और चार-चार प्रधानमंत्रियों के कार्यकाल में केंद्रीय मंत्री रहे.

पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह के कार्यकाल में शहरी विकास मंत्री, देवेगौड़ा और आईके गुजराल की सरकार में उद्योग मंत्री और अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वाणिज्य और उद्योग मंत्री रहे. 23 नवंबर 2003 को उनका निधन हो गया. काव्या के चाचा दायानिधि मारन भी डीएमके के बड़े नेता हैं. वह पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की सरकार में टेक्सटाइल और कई अन्य विभागों के मंत्री रहे.

लाइफ में प्राइवेसी

एक प्रभावी राजनीतिक और कारोबारी परिवार से होने के बावजूद काव्या मारन पर्सनल लाइफ में पूरी प्राइवेसी रखती हैं. उनकी उम्र करीब 32 साल है. पूरी दुनिया घूम चुकी हैं. एक स्टार किड की तरह हैं… बावजूद इसके वह सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं है. वह आईपीएल टीम सनराइजर्स हैदराबाद के अलावा एक अन्य क्रिकेट लीग ‘साउथ अफ्रीका 20 टूर्नामेंट’ की ‘सनराइजर्स ईस्टर्न केप’ की भी मालकिन हैं.

विकिपीडिया पर कालानिधि के पर्सनल प्रोफाइल में उनकी एक संतान की बात है. ऐसे हम कह सकते हैं कि काव्या अपने मां-पिता की इकलौती संतान हैं. हमने काव्या का इंस्टाग्राम प्रोफाइल भी खोजने की कोशिश की, लेकिन उनके नाम से कोई वेरिफायड अकाउंट नहीं मिला. ट्विटर पर भी उनके नाम से कोई वेरिफायड अकाउंट नहीं है. हां… सनराइजर्स हैदराबाद के ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट पर टीम से बातचीत करते उनके वीडियो हैं.

काव्या का पर्सनल लाइफ

सोशल मीडिया या इंटरनेट पर काव्या के पर्सनल लाइफ के बारे में कुछ भी उपलब्ध नहीं है. काव्या तमिलनाडु की एक प्रभावी परिवार से हैं. बीते कुछ सालों में अगर मारन परिवार ने उनकी शादी का आयोजन किया होता तो जरूर उस बारे में मीडिया में खबर छपती. लेकिन, ऐसी कोई रिपोर्ट उपलब्ध नहीं है.

लेकिन, इसका यह कत्तई मतलब यह भी नहीं है कि काव्या मारन सिंगल हैं. हो सकता है कि वह अपनी पर्सनल लाइफ को पूरी तरह सिक्रेट रखना चाहती हों. हालांकि, इसमें कोई बुराई भी नहीं है. हर किसी को अपने पर्सनल लाइफ में फैसला करने का अधिकार है.