रिश्‍ते में एंग्‍जायटी कई वजहों से हो सकता है जो कई बार रिश्‍ते में दूरियां बढ़ाने का काम तक सकता है. यहां हम बता रहे हैं कि आप इसकी पहचान किस तरह कर सकते हैं और इसे मैनेज करने का सही तरीका क्‍या हो सकता है.

कई बार आप रिश्‍ते में रहते हुए इस डर के साए में जीने लगते हैं कि कहीं आपका पार्टनर आपको छोड़कर किसी और को ना चुन ले. ऐसी नकारात्‍मक सोच एक नहीं, कई तरह की दिमाग में घूमने लगती हैं जो इंसान को इमोशनल ही नहीं, फिजिकली भी प्रभावित करने लगती हैं. इसकी वजह कई हो सकते हैं, मसलन, पिछले रिलेशनशिप की कोई घटना, आत्‍मविश्‍वास की कमी आदि.

रिलेशनशिप थेरेपिस्‍ट और बिहेबियरल साइंटिस्‍ट ल्यूसिल शेकलटन ने इंस्‍टाग्राम पोस्‍ट पर बताया है कि रिश्‍ते में एंग्‍जायटी का होना किसी के लिए भी संभव है, हालांकि यह जानना जरूरी है कि आप ऐसे हालात में खुद का या अपने पार्टनर का समर्थन किस तरह कर सकते हैं. तो आइए जानते हैं कि इसके लक्षण और उपायों के बारे में.

रिश्‍ते में एंग्‍जायटी के क्‍या हैं लक्षण

-अगर आपको यह महसूस हो रहा है कि आपका पार्टनर आपकी भावनाओं पर शक कर रहा है.
-अगर हर वक्‍त वह सबूत की मांग करने लगा है.
-पार्टनर की जरूरतों और इच्‍छाओं को पूरी करने के लिए वह खुद का नुकसान सह कर भी सैक्रिफाइस करता जा रहा है.
-अगर पार्टनर इस बात को लेकर चिंतित रहता है कि वह आपके लिए बेस्‍ट नहीं है. वह लगातार इनसिक्‍यूर महसूस करता है.
-वह महसूस कर रहा है कि उसके एंग्‍जायटी का असर रिश्‍ते पर बुरा पड़ सकता है लेकिन फिर भी वह खुद पर कंट्रोल नहीं कर पा रहा.
-बातचीत में ओवर थिकिंक, लगातार मैसेज करना, पुरानी बातों को लेकर परेशान रहना.
-सबसे बुरे हालात की कल्‍पना कर अभी से तैयारियों में लगा रहना.